शिविर में बालिकाओं को हाथ से पंच मारना, पैरों से हमला करना, गर्दन मरोड़ कर नीचे पटकने, व कठिन परिस्थितियों में डटकर सामना करने सहित कई तरीके की ट्रेनिंग दी गई।