लीवर हमारे शरीर में कार्बोहाइड्रेट, फैट और प्रोटीन का चयापचय करने में मदद करता है। अगर ये सही तरीके से काम ना करें तो कई प्रकार की बीमारियों शरीर को जकड़ने लगती हैं। जिसमें फैटी लिवर और पीलिया सबसे आम हैं। लेकिन कुछ योगासन भी इसमें बेहद मददगार हैं। जिसके बारे में आज हम जानने वाले हैं।
पश्चिमोत्तानासन-
अभ्यास का तरीका-
- मैट पर पैर सामने की ओर फैलाकर बैठ जाएं।
- गहरी सांस भरते हुए हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं। सांस छोड़ते हुए हाथ को नीचे लाते हुए पैर के पंजों को पकड़ने की कोशिश करें। सिर को जांघों की तरफ ले जाएं।
- कुछ सेकेंड्स इस पोजीशन में रूकें।
- इस आसन को कम से कम 3 बार जरूर करें।
भुजंगासन-
ये आसन भी लिवर से जुड़े कई परेशानियों का कारगर समाधान है। और तो और इससे पेट की चर्बी भी तेजी से कम होती है।
अभ्यास का तरीका-
- पेट के बल मैट पर लेट जाएं।
- हाथों को सीने के पास रखें।
- गहरी सांस भरते हुए हाथों के सहारे बॉ़डी के ऊपरी हिस्से को उठाएं।
- कुछ सेकेंड्स इस स्थिति में बने रहें। फिर सांस छोड़ते हुए नीचे की ओर आएं।
- इस अभ्यास को भी आपको 3-5 बार करना है।
शलभासन-
लिवर के साथ-साथ इस आसन के अभ्यास से आप अपनी अपर और लोअर मतलब ओवरऑल बॉडी को टोन और फिट रख सकते हैं।
अभ्यास का तरीका-
- पेट के बल ही लेटे रहें।
- हाथों को सामने की ओर फैला लें।
- अब सांस भरते हुए पहले पैरों को एक साथ ऊपर की ओर उठाएं फिर हाथों को।
- आरामपूर्वक जब तक इस स्थिति में बने रह सकते हैं बने रहें। फिर सांस छोड़ते हुए नीचे आ जाएं।
अभ्यास का तरीका-
- पेट के बल लेटे रहें।
- पैरों को मोड़कर हाथों से पकड़ लें।
- सांस भरते हुए हाथों से पैरों को खींचते हुए ऊपर की ओर उठाएं। ऐसा करने वक्त पेट पर खिंचाव महसूस होगा।
- इस स्थिति में सांस को रोककर रखना है। फिर सांस छोड़ते हुए नीचे की ओर आ जाएं।
- 3-5 बार जरूर इसे पूरा करें।
सेतुबंधासन-
अभ्यास का तरीका-
- इस आसन से भी न सिर्फ लिवर हेल्दी रहता है बल्कि बॉडी के और भी कई अंग सही तरीके से फंक्शन करते हैं।करने का तरीका
- पीठ के बल लेट जाएं।
- घुटने से पैरों को मोड़ लें। और हाथों से पैर के पंजों के पिछले हिस्से को पकड़ लें।
- अब सांस भरते हुए कमर से निचली बॉडी को ऊपर की ओर उठाएं। ऊपर रहते हुए सांस को रोकना है। फिर सांस छोड़ते हुए - नीचे की ओर आ जाएं।
- 3 से 5 बार जरूर करें।