करेला स्वाद में भले ही कड़वा हो, लेकिन सेहत के लिहाज से इसे एक सुपरफूड माना जाता है। यह न केवल डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद करता है, बल्कि पाचन को सुधारता है, लिवर को डिटॉक्स करता है और स्किन को साफ रखने में भी सहायक होता है।
फिर भी बहुत से लोग इसकी कड़वाहट के कारण इसे खाने से कतराते हैं, लेकिन अब चिंता की बात नहीं है। कुछ घरेलू और बेहद आसान तरीकों को अपनाकर आप करेले की कड़वाहट को काफी हद तक कम कर सकते हैं, वो भी इसके पोषण को बिना नुकसान पहुंचाए। तो आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ असरदार तरीकों के बारे में-
नमक लगाकर छोड़ना
करेले को पतला काटें और उस पर थोड़ा-सा नमक छिड़क कर 30 मिनट तक ढककर छोड़ दें। नमक कड़वे रस को बाहर निकालता है। बाद में इन्हें अच्छे से धो लें। यह तरीका सबसे प्रचलित और प्रभावशाली माना जाता है।
गुनगुने पानी में भिगोकर रखना
कटा हुआ करेला गुनगुने पानी में 15-20 मिनट तक भिगोकर रखने से कड़वाहट काफी हद तक कम हो जाती है। आप चाहें तो इसमें थोड़ा सा नमक भी मिला सकते हैं।
नींबू का रस मिलाना
नींबू का रस करेला पर डालकर उसे 20 मिनट तक छोड़ दें। नींबू की खटास करेला की कड़वाहट को संतुलित करती है और स्वाद में ताजगी भी लाती है।
सिरका और चीनी का उपयोग
सिरका और थोड़ा सा चीनी मिलाकर करेले को कुछ देर मेरिनेट करें। सिरके की एसिडिक नेचर और चीनी की मिठास मिलकर कड़वाहट को कम करने में मदद करती है।
दही में मेरिनेट करना
करेले को दही में डुबोकर 30 मिनट के लिए रखें। दही में मौजूद लैक्टिक एसिड न केवल स्वाद में सुधार करता है, बल्कि करेला और भी सॉफ्ट बन जाता है।
हल्का उबालना
करेले को हल्के नमक वाले पानी में 5 मिनट तक उबाल लें और फिर ठंडे पानी से धो लें। इससे उसका कड़वा रस बाहर निकलता है और सब्जी ज्यादा टेस्टी बनती है।
बीज निकाल देना
करेले के बीज और उसका अंदरूनी सफेद गूदा अधिक कड़वा होता है। इन्हें निकाल देने से सब्जी स्वाद में बेहतर हो जाती है।
छाछ में भिगोना
छाछ में करेला भिगोने से उसकी कड़वाहट काफी हद तक कम हो जाती है। साथ ही यह तरीका करेले को हल्का और पचने में आसान बनाता है।
इन आसान और घरेलू उपायों को अपनाकर आप करेले की कड़वाहट को कम कर सकते हैं और इसके अनगिनत हेल्थ बेनफिट्स का स्वाद के साथ आनंद उठा सकते हैं।