पहली बार आतंकवाद से पीड़ित संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल कांग्रेस में उठी 26/11 मुंबई हमले की टीस
करमबीर कांग ने कहा 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले के बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने और जान गंवाने वालों के लिए न्याय की मांग की थी।


न्यूयॉर्क : यहां आयोजित आतंकवाद पीड़ितों की पहली संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल कांग्रेस में मुंबई के 26/11 हमले की कहानी सुन लोगों का दिल गम और गुस्से में बैठ गया। मुंबई के ताज होटल के तत्कालीन महाप्रबंधक करमबीर कांग ने अपनी आपबीती साझा की। इस हमले में कांग ने अपनी पत्नी और दो युवा बेटों को खोया है।


करमबीर कांग ने कहा 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले के बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने और जान गंवाने वालों के लिए न्याय की मांग की थी। आतंकवाद पीड़ितों की पहली संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल कांग्रेस में कांग की पत्नी, दोनों बेटों सहित दुनिया भर के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी गई।

उन्होंने कहा हमले में मेरी पत्नी और दो जवान बेटे मारे गए। कुछ ही पल में मैंने अपना सब कुछ खो दिया। लेकिन मेरा स्टाफ बिना हथियारों के केवल साहस के बूते लड़ता रहा। उनके साहस से हजारों लोगों की जान बची पर उस रात हमने अपने कई बहादुर साथियों को खो दिया।

संयुक्त राष्ट्र में भारत की पहली स्थायी महिला दूत रुचिरा कंबोज ने इस ग्लोबल कांग्रेस पर ट्वीट किया- 'करमबीर कांग मुंबई में ताज होटल के महाप्रबंधक थे जब 26/11 का मुंबई आतंकी हमला हुआ था। कांग ने इस कांग्रेस में हिस्सा लिया। संयुक्त राष्ट्र की पहली ग्लोबल कांग्रेस के उद्घाटन अवसर पर कल 'कॉल टू एक्शन' में उन्होंने अपना दर्द साझा किया।


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