इमरान की गिरफ्तारी के बाद सुलग रहा पाकिस्तान, हिंसक प्रदर्शन में 6 की मौत
पाकिस्तान में मोबाइल इंटरनेट के बाद अब ट्विटर सर्विस को भी बंद कर दिया गए है.


इस्लामाबाद : मंगलवार को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पूरा देश इस समय सुलग रहा है. देशभर में हिंसा-प्रदर्शन और तोड़फोड़ की खबरें सामने आई है. पीटीआई समर्थक और कार्यकर्ता सड़कों पर आ गए हैं. हिंसा के बढ़ते मामले को देखते हुए धारा 144 लगा दी गई है. इस बीच इमरान खान को एक  झटका लगा है. इस्लामाबाद हाईकोर्ट इमरान सही ठहराया है.

बताया जा रहा है कि पीटीआई समर्थकों ने ने देशभर में विरोध प्रदर्शन के लिए लोगों आगे आने के लिए कहा हैं. धारा 144 लागू है. पाकिस्तान में मोबाइल इंटरनेट के बाद अब ट्विटर सर्विस को भी बंद कर दिया गए है. पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण ने पुष्टि की कि आंतरिक मंत्रालय के निर्देश के बाद देशभर में मोबाइल ब्रॉडबैंड को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, व्हाट्सएप और फेसबुक जैसे तमाम सोशल मीडिया साइट्स को भी बंद कर दिया गया.

मंगलवार को हुई इमरान की गिरफ्तारी
गौरतलब है कि मंगलवार को अपने ऊपर लगे कई मामलों की जमानत के पूर्व पीएम इमरान खान इस्लामाबाद हाई कोर्ट पहुंचे थे. इमरान की कार जैसे ही कोर्ट परिसर में प्रवेश करती है, तुरंत उनके पास पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी दाखिल हो जाते हैं. कोर्ट में इमरान खान बायोमैट्रिक्स करा रहे थे, तभी पाकिस्तानी रेंजर्स ने कमरे का शीशा तोड़ते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

बता दें कि गिरफ्तार करने के पाक रेंजर्स इमरान खान को घसीटते हुए गाड़ी तक ले गए. पीटीआई समर्थकों और कार्यकर्ताओं को जैसे ही इमरान की गिरफ्तारी के बारे में पता चला उसके बाद इस्लामाबाद-लाहौर समेत कई राज्यों हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गया. पाकिस्तान के पूर्व पीएम की गिरफ्तारी के बाद माहौल इतना बिगड़ा कि सरकार को पूरे देश में धारा 144 लागू करनी पड़ी.

अल-कादिर ट्रस्ट मामले में हुई गिरफ्तारी
इमरान खान की गिरफ्तारी अल-कादिर ट्रस्ट के साथ धोखाधड़ी के आरोप में की गई है. इससे पहले इमरान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था. इमरान खान, उनकी पत्नी बुशरा बीबी और उनके करीबी सहयोगी जुल्फिकार बुखारी और बाबर अवान ने अल-कादिर प्रोजेक्ट ट्रस्ट का गठन किया था, जिसका उद्देश्य पंजाब के झेलम जिले की सोहावा तहसील में 'गुणवत्तापूर्ण शिक्षा' प्रदान करने के लिए अल-कादिर यूनिवर्सिटी की स्थापना करना था. आरोप है कि दान की गई जमीन के दस्तावेज में हेरफेर किया गया. यूनिवर्सिटी के लिए इमरान और उनकी बीवी ने जमीन को गैर कानूनी तरीके से हड़प लिया और दोनों ने पाकिस्तान के सबसे अमीर शख्स मलिक रियाज को गिरफ्तारी के नाम पर धमकाकर अरबों रुपये की जमीन अपने नाम करा ली.


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