नई दिल्ली : रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर (PK) ने मंगलवार को बड़ा ऐलान किया. एक न्यूज़ एजेंसी से बातचीत में उन्होंने साफ कहा कि वे बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. प्रशांत किशोर ने कहा, “जन सुराज अभियान ने तय किया है कि मुझे संगठनात्मक काम पर ध्यान देना चाहिए, इसलिए मैं उम्मीदवार के रूप में चुनाव नहीं लड़ूंगा.”
प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज सिर्फ सत्ता हासिल करने का आंदोलन नहीं, बल्कि एक वैकल्पिक राजनीति की सोच है. उन्होंने दावा किया कि बिहार में अगर जन सुराज को 150 से कम सीटें मिलती हैं, तो इसे पराजय माना जाएगा. उन्होने कहा कि हम बदलाव की राजनीति कर रहे हैं, आधा-अधूरा जनादेश हमारे मकसद को कमजोर करेगा.
पीके नीतीश कुमार की सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वर्तमान एनडीए शासन में भ्रष्टाचार की जड़ें पहले से कहीं गहरी हैं. किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार के कई नेता RJD के नेताओं से भी ज्यादा भ्रष्ट हैं. सत्ता में बैठे लोग जनता की सेवा नहीं, व्यक्तिगत लाभ के लिए राजनीति कर रहे हैं.
जन सुराज अभियान के संस्थापक के तौर पर प्रशांत किशोर पिछले दो वर्षों से गांव-गांव पदयात्रा कर जनता के बीच संवाद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह आंदोलन किसी व्यक्ति या पद के लिए नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य के लिए है.