नई टीमों के आने से आइपीएल के डिजिटल विकास में मिलेगी मदद
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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग के मीडिया अधिकार की राशि लीग के विकास पर असर डालेगी। खासकर दो नई टीमों के आने से आइपीएल के डिजिटल विकास में भी मदद मिलेगी। आइपीएल 2022 में लखनऊ सुपरजाइंट्स और गुजरात टाइटंस दो नई टीमें खेलेंगी।

शाह ने कहा कि आइपीएल के आकांक्षी मूल्य ने सभी की अपेक्षाओं को पार कर लिया है। उन्होंने किसी भी राशि पर चर्चा करने से इन्कार किया, लेकिन कहा कि जो भी राशि होगी वह लीग के विकास पर असर डालेगी। शाह ने कहा कि बीसीसीआइ आगामी सप्ताह की शुरुआत में 2023-27 चक्र के लिए लीग के मीडिया अधिकारों के लिए निविदाएं जारी करेगा और दो महीने में ई-नीलामी पूरी करेगा। उम्मीद है कि इससे 500 अरब रुपये मिलेंगे।

उन्होंने कहा कि बोर्ड ने विभिन्न प्रस्तावों का अध्ययन किया है और साथ ही अलग टीवी और डिजिटल बोलियों पर भी विचार किया जाएगा। इसका मतलब है कि अमेजन डाट काम इंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, सोनी ग्रुप कार्प और वाल्ट डिज्नी कंपनी से टीवी और डिजिटल ब्राडकास्ट के अधिकार को लेकर मुकाबला करेंगे। अधिकार के लिए रिकार्ड राशि 500 अरब रुपये तक जा सकती है। डिज्नी के स्वामित्व वाली स्टार इंडिया भारत में शीर्ष प्रसारणकर्ताओं में शामिल है। उसने और सोनी ने 2022 तक डिजिटल और टेलिविजन अधिकार के लिए 163.48 अरब रुपये का भुगतान किया है।

शाह ने कहा, 'आइपीएल में लखनऊ और अहमदाबाद की टीमें भी शामिल हुई हैं और उनके आने से भी लीग को फायदा हुआ है। सिर्फ 14 सत्र में हमने अभूतपूर्व आंकड़े दर्ज कर लिए और हम अन्य लोकप्रिय लीगों तक पहुंच गए। हम सिर्फ टेलीविजन ही नहीं, बल्कि डिजिटल पर भी देखे जा रहे हैं।' 10 टीमों की लीग मार्च के आखिरी सप्ताह में शुरू हो सकती है।


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