लखनऊ : योगी सरकार 2:0 अपने दूसरे कार्यकाल में गरीबों और श्रमिकों पर ज्यादा ध्यान दे रही है. चुनावी लोक कल्याण संकल्प पत्र के तहत योगी सरकार श्रमिकों को एक लाख तक का ऋण उपलब्ध कराएगी। इसके लिए किसी तरह की कोई गारंटी की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस सुविधा के तहत सरकार पंजीकृत कामगारों को श्रमिक क्रेडिट कार्ड देगी।
भाजपा ने श्रमिकों से किए कई वादे
भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में श्रमिकों से कई वादे किए हैं। इसमें उनके बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालयों के निर्माण के अलावा स्नातक तक की मुफ्त शिक्षा, बेटियों की शादी के लिए अनुदान राशि बढ़ाकर एक लाख किए जाने, सभी निर्माण श्रमिकों को मुफ्त बीमा, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना का विस्तार करते हुए मुफ्त कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान किया जाना शामिल है। इसके अलावा उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद करने के लिए एक लाख तक कोलैटरल फ्री (गारंटी रहित) ऋण उपलब्ध कराया जाना है।
करीब डेढ़ करोड़ पंजीकृत श्रमिकों को लाभ
बैंक से ऋण लेते वक्त सबसे बड़ी दिक्कत सिक्योरिटी की आती है। श्रमिकों के लिए बैंक की इस शर्त को पूरा कर पाना संभव नहीं है। ऐसे में उन्हें ऋण के लिए उन्हें सिर्फ लोन लेने का कारण बताते हुए आवेदन करना होगा। इस योजना का लाभ फिलहाल 1.43 करोड़ पंजीकृत श्रमिकों को मिल सकेगा। हालांकि अभी ई-श्रम पोर्टल पर हुए पंजीकरण की जांच होना बाकी है। तब यह आंकड़ा और बढ़ जाएगा।