श्रावस्ती : बाढ़ में नाव पलटने से लेखपाल लापता, साथियों ने तैरकर बचाई जान
श्रावस्ती में बाढ़


श्रावस्ती : भिनगा तहसील क्षेत्र के असरफ नगर में बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को लेखपाल चन्द्र भूषण तिवारी अपने कुछ सहयोगियों के साथ नाव से राहत सामग्री बांटने जा रहे थे तभी नाव गहरे पानी मे पलट गयी. नाव पर सवार पंचायत सहायक, रोजग़ार सेवक सहित अन्य कई लोगों ने तैरकर किसी प्रकार अपनी जान बचा ली, लेकिन लेखपाल चंद्र भूषण तिवारी का पता नही चल रहा है. गोताखोरों की मदद से लेखपाल की तलाश की जा रही है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे. 

जानकारी के लिए बता दें कि श्रावस्ती में बीते 36 घंटे से तेज बारिश हो रही है. नेपाल से सटे होने से कारण श्रावस्ती में हर साल बरसात के समय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. नेपाल और पहाड़ी इलाकों से आए पानी के राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. राप्ती का जलस्तर खतरे के निशान 127.70 को पार कर 1.30 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है. जमुनहा तहसील के दर्जनों गांव के अंदर तक भी पानी पहुंच गया है. जमुनहा-बहराइच के साथ मल्हीपुर-भिनगा मुख्य मार्ग पर पानी का बहाव तेज हो गया है.

राप्ती के बते जलस्तर के चलते प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. जिला प्रशासन की ओर से लोगों के लिए अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही जिले की डीएम नेहा प्रकाश स्वयं बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रही हैं.  बाढ़ के पानी से जमुनहा इलाके के कथरा माफी, हरिहरपुर, करनपुर, शिकारी, चौड़ा, बीरपुर, लौकिहा और भवानीपुर के साथ अशरफ नगर, फतेहपुर, पिपरहवा, गुलरा, जोगा गांव में पीएसी की बाढ़ यूनिट को मौके पर बुलाया गया है. 

वहीं, इकौना कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्र के भी दर्जनों से ज्यादा गांव, विद्यालय, थाना और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी राप्ती के जलस्तर से प्रभावित हुए हैं. इन सभी जगहों पर पानी भर गया है. गांव से बाहर सुरक्षित स्थान पर लोग जा रहे हैं, तो कई लोग अपने घरों के छत पर पानी कम होने का इंतजार कर रहे हैं. खतरे को देखते हुए एनडीआरएफ की यूनिट भी तैनात की गई है.

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