सोना खरीदने समय शुद्ध है या मिलावटी ऐसे करें पहचान
फाइल फोटो


सोना शुद्ध है या नहीं, आखिर इसका पता कैसे चले। यह सवाल सदियों से वैज्ञानिकों के साथ-साथ कीमती धातु के कारोबारियों और विशेषज्ञों को परेशान करता रहा है। सोने की शुद्धता को लेकर कई सारी पद्धतियां आईं, कई नई तरीके ईजाद किए गए, लेकिन अभी भी यह सवाल जस का तस बना हुआ है।

इस आर्टिकल में हम आपको यह बताने की कोशिश करते हैं कि आखिर यह बात का पता एक आम आदमी को कैसे चलेगा सोने की क्वलिटी क्या है? पहली नजर में देखकर वह कैसे पता लगाएगा कि सोना शुद्ध है या नहीं।

इस आर्टिकल में हम आपको यह बताने की कोशिश करते हैं कि आखिर यह बात का पता एक आम आदमी को कैसे चलेगा सोने की क्वलिटी क्या है? पहली नजर में देखकर वह कैसे पता लगाएगा कि सोना शुद्ध है या नहीं।

सोने की शुद्धता का सवाल-

हाल के दिनों में सोने की शुद्धता को लेकर बहस एक बार फिर तेज हो गई, जब ऑस्ट्रेलिया की एक टकसाल पर्थ मिंट ने बताया कि असल में सोने के खरीदार और विक्रेता आमतौर पर इसकी शुद्धता को लेकर काफी खुश रहते हैं, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है। शंघाई गोल्ड एक्सचेंज को बेचे गए लगभग 9 अरब डालर सोने में शुद्धता के दावे को लेकर काफी हंगामा मचा।

सदियों से जस की तस है समस्या-

कहते हैं कि प्राचीन यूनानी गणितज्ञ आर्कमिडीज ने सोने की शुद्धता की जांच करने का एक तरीका हंसी-हंसी में निकाल लिया था। उन्हें एक राजा के मुकुट में इस्तेमाल हुए सोने की शुद्धता की जांच करने का काम सौपा गया था। स्नान करते वक्त जब उन्होंने पानी के अंदर डुबकी लगाई तो उनको आभास हुआ कि डुबकी लगाने से पानी का स्तर बढ़ जाता है। उन्हें अपना जवाब मिल गया था। वह तुरंत बाहर निकले और यूरेका-यूरेका चिल्लाते हुए सड़क पर दौड़ने लगे। उन्होंने ये तरीका निकाला किअगर सोने को पानी में डुबोया जाए तो उसकी मात्रा और घनत्व का सही अंदाजा लगाया जा सकता है।

सोने की शुद्धता की जांच के मॉडर्न तौर-तरीके-

आज के दौर में सोने की शुद्धता की जांच के लिए फायर एस्से और प्लाजमा मैस स्पेक्ट्रोमेट्री जैसी पद्धतियों का इस्तेमाल किया जाता है। फायर एस्से हॉल मार्किंग लौह अयस्क की गुणवत्ता की जांच के लिए सोने की खदानों में इस्तेमाल की जाती है। इस पद्धति में केवल सोने की मात्रा की जांच की जाती है कि सोना 9 कैरेट का है या 18 कैरेट का। इसमें यह पता नहीं चलता कि इस नमूने में मिलावट क्या-क्या है।


सोने की जांच की एक और पद्धति जो आमतौर पर काफी लोकप्रिय है, वह है एक्सरे फ्लोरेंस। जांच के जरिए सोने में चांदी, तांबा या अन्य धातुओं की मिलावट का साफ-साफ पता चल जाता है।

क्या है गोल्ड स्टैंडर्ड-

सोने की शुद्धता जानने के लिए आप कई अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक ऐसे ही पद्धति गोल्ड स्टैंडर्ड की है। इसे प्लाज्मा मास स्पेक्ट्रोमीटर भी कहते हैं। यह प्रक्रिया हराकर थोड़ी महंगी है, लेकिन इसके रिजल्ट लगभग ठीक-ठाक आते हैं।

क्या करें जब सोना खरीदने जाएं-

ज्यादातर लोग सोना खरीदते समय यह जांच नहीं करते कि सोना शुद्ध है या मिलावटी। अधिकांश लोग किसी प्रतिष्ठित विक्रेता के पास जाते हैं, जो यह दावा कर देता है कि वह आपको शुद्ध सोना दे रहा है और आप उस पर यकीन कर लेते हैं। विकल्प भी कुछ खास नहीं है। तो आखिर सोने की जांच की जाए तो कैसे? सवाल घूम फिर के वहीं आ गया है, जहां से हमने शुरू किया था। एक मोटा तरीका यह है कि सोने को किसी सतह पर थोड़ा-सा रगड़ लें। अगर वहां से रंग छूट रहा है या वो हिस्सा बदरंग हो गया तो यकीनन सोना शुद्ध नहीं है।


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