कोलकाता : ओडिशा के बालेश्वर शुक्रवार हुए रेल हादसे की रेलवे ने उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी है. दक्षिण पूर्व रेलवे के सुरक्षा आयुक्त की निगरानी में यह जांच हो रही है. शुरुआती जांच में दावा किया जा रहा है कि सिग्नल की समस्या की वजह से ये बड़ा हादसा हुआ है. फिलहाल अभी इस पूरे मामले में कुछ भी कहना सही नहीं होगा.
ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि मेन लाइन पर ग्रीन सिग्नल होने के बावजूद ट्रेन लूप लाइन पर कैसे गई. दावा किया जा रहा है कि सिग्नल देने में समस्या हुई थी जिसकी वजह से ये हादसा हुआ है। बहरहाल रेलवे की ओर से भी अंतरिम रिपोर्ट जारी होने का इंतजार किया जा रहा है. जो भी इस हादसे में दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
इस बीच शुक्रवार शाम 7:00 बजे के करीब दुर्घटना के बाद से ही दक्षिण भारत की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. यहां तक कि दिल्ली, मुंबई और अन्य क्षेत्रों से भी पुरी आने वाली ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है. ऐसे में रेल सेवाएं कब तक सामान्य होंगी, इसे लेकर भी लगातार सवाल पूछे जा रहे हैं.
रेलवे के एक अधिकारी ने रविवार सुबह बताया कि मंगलवार से पहले ट्रेन सेवाएं सामान्य होने की संभावना नहीं है. दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आदित्य कुमार ने बताया कि दुर्घटना के बाद रेल सेवाएं सामान्य करने के लिए एक हजार मजदूरों को मौके पर लगाया गया है. सात पोकलेन मशीनें काम कर रही हैं. दो एआरटी दुर्घटनास्थल पर मौजूद हैं. 1400 टन का रेलवे क्रेन भी लगातार काम कर रहा है. तीन रोड क्रेन काम कर रहे थे और रात को एक और रोड क्रेन को लगाया गया है.