41 श्रमिकों को बचाने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू, नहीं आई कोई बाधा तो दो दिन में मजदूरों के पास होंगे बचावकर्मी
अब तक 24 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग हो चुकी है


उत्तरकाशी : उत्तराखंड के उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को निकालने के लिए जद्दोजहद जारी है. तमाम कोशिशों के बाद अब वर्टिकल ड्रिलिंग का कार्य शुरू हो गया है. ऐसे में अगर किसी तरह की कोई बाधा नहीं आती है तो बचावकर्मी अगले दो दिन में सुरंग में फंसे मजदूरों तक पहुंच सकते हैं.

इस बीच 800 एमएम के पाइप में फंसे ऑगर मशीन के ब्लेड को प्लाज्मा और लेजर कटर से काटा जा रहा है. इसे हैदराबाद से मंगाया गया है. सोमवार 27 नवम्बर को केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला के पहुंचने की संभावना है. पाइप से मशीन के मलबे को निकालने के बाद मैनुअल खोदाई भी शुरू की जाएगी.

राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक महमूद अहमद ने सिल्क्यारा में पत्रकारों को बताया कि अब तक 24 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग हो चुकी है. कुल 86 मीटर खुदाई होनी है. सुरंग के ऊपरी और दूसरे छोर से काम में तेजी लाने के लिए और टीमें बुलाई गई हैं. ओएनजीसी की एक टीम आंध्र प्रदेश के राजामुंदरी से पहुंची है.

बचाव कार्य में मदद के लिए भारतीय सेना की इंजीनियरिंग कोर के एक समूह मद्रास सैपर्स की एक इकाई रविवार को सिल्क्यारा पहुंच गई. इसमें 30 सैन्यकर्मी हैं. यह सैन्यकर्मी नागरिकों के साथ मिलकर हाथ, हथौड़े और छेनी से सुरंग के अंदर के मलबे को खोदेंगे. फिर पाइप को उसके अंदर बने प्लेटफॉर्म से आगे की ओर धकेलेंगे. वायुसेना भी मदद में जुटी है.


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