न घर के रहे न घाट के, स्वामी प्रसाद को इंडिया गठबंधन से भी टूटी आस
स्वामी प्रसाद मौर्य


लखनऊ : सियासत में कब किसकी किस्मत चमक जाए और कब बंटाधार हो जाए, बड़े-बड़े राजनीतिक पंडित नहीं जान पाते। इसी तरह कभी बसपा, कभी भाजपा, कभी सपा का दामन थामने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य पर एक कहावत बड़ी सटीक बैठती है, न घर के रहे न घाट के और माया मिली न विसाले सनम। उन्होंने ऐलान किया था कि कुशीनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे, उनकी विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया से बात चल रही है। लेकिन अखिलेश यादव ने स्वामी को गच्चा देते हुए अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी। उनकी बेटी और सांसद संघमित्रा मौर्य को भी भाजपा ने टिकट नहीं दिया। बेटी ने पिता का साथ देने के लिए भाजपा से बगावत करने से साफ इनकार कर दिया है। इंडिया गठबंधन से बात चल रही है, स्वामी प्रसाद ऐसा दावा करते रह गए और खेला हो गया। कहते हैं अब पछताए का होई जब चिड़िया चुग गई खेत। 

स्वामी प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी का दामन छोड़ राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के नाम से राजनीतिक दल बनाई थी, उन्हें आसार थे कि चुनावी सीजन में उनकी पार्टी को साथ लाने के लिए विपक्षी दलों के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस से पहल होगी लेकिन विपक्षी गठबंधन ने उन्हें भाव नहीं दिया। योगी सरकार के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने ऐलान किया था कि वो खुद कुशीनगर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, जबकि उनके सहयोगी एसएन चौहान देवरिया से उम्मीदवार होंगे। उन्होंने कहा था कि विपक्षी गठबंधन से बातचीत चल रही है। अखिलेश यादव ने कुशीनगर लोकसभा सीट से अजय प्रताप सिंह उर्फ पिंटू सैंथवार को टिकट दे दिया जो स्वामी को झटका है। देवरिया में कांग्रेस ने अखिलेश प्रताप सिंह को अपना उम्मीदवार बना दिया है। कहा जा सकता है कि श्विपक्ष को स्वामी पर एक तिनका भरोसा नहीं है।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने ये भी कहा था कि यदि गठबंधन में हिस्सेदारी नहीं मिली तो, अन्य सीटों पर भी वो उम्मीदवार उतरेंगे। इस बयान के मायने  सीधे-सीधे अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को खुली चुनौती है।  2002 में गठित भारत के परिसीमन आयोग की सिफारिश के बाद 2008 में ये लोकसभा सीट अस्तित्व में आई थी। इस सीट पर पहली बार 2009 में लोकसभा चुनाव हुए, जिसमें कांग्रेस को जीत हासिल हुई। मोदी लहर के बाद2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में  भाजपा ने जीत हासिल की।

(देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते है)


अधिक राज्य/उत्तर प्रदेश की खबरें