हाथरस : यूपी के हाथरस के एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने फर्जी एनकाउंटर के आरोप में दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया. यह कार्रवाई बीते मंगलवार को हुई. मामला हाथरस के मूसन क्षेत्र में 9 अक्टूबर को एक मुठभेड़ से संबंधित है. परिवार और राजनीतिक दलों के फर्जी मुठभेड़ के आरोप के बाद यह निलंबन जांच में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए किया गया है.
क्या है पूरा मामला?
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, 9 अक्टूबर को मूसन क्षेत्र में एक व्यापारी के घर लूट के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद पुलिस ने एक मुठभेड़ के बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया, जिसमें एक संदिग्ध को पैर में गोली लगी थी.
हालांकि, घायल व्यक्ति के परिवार और कई राजनीतिक दलों ने इस मुठभेड़ को फर्जी करार दिया. उन्होंने निष्पक्ष जांच और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
एसपी ने लिया सख्त एक्शन
फर्जी मुठभेड़ के आरोपों के बाद एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा से मंगलवार को घायल के परिवार वालों ने मुलाकात की थी. इसके बाद ही निलंबन का आदेश दिया गया. एसपी ने तत्कालीन एसएचओ मूसन थाना ममता सिंह और एंटी-थेफ्ट टीम के प्रभारी इंस्पेक्टर मुकेश कुमार को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया है. इससे पहले, विवाद बढ़ने पर एसएचओ ममता सिंह को उनके पद से हटाकर फैमिली काउंसलिंग सेंटर में ट्रांसफर किया गया था.
निष्पक्ष जांच के निर्देश
एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने मामले की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए जांच का जिम्मा बदल दिया है. उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले की जांच हाथरस गेट थाना प्रभारी को सौंपी गई है, जो सीओ (सिटी) की निगरानी में काम करेंगे. बुधवार (15 अक्टूबर) को यह खबर सामने आई, जिससे पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया.