लखनऊ। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायबरेली एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद कार्यरत डॉ अंकित गुप्ता ने अचानक इस्तीफा दे दिया है. पिछले चार वर्षों से एम्स में हृदय रोगियों को सेवा दे रहे डॉ अंकित गुप्ता के इस कदम से हर कोई हैरान है. खबर है कि अंकित गुप्ता ने एम्स रायबरेली से व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है। यह इस्तीफा सरकारी चिकित्सा व्यवस्था में बड़े भूचाल के रुप में देखा जा रहा है।
लगभग पिछले चार वर्षों में एम्स अस्पताल चार हजार से अधिक हृदय रोगियों का शानदार इलाज करके देश और दुनिया में एम्स अस्पताल का मान बढ़ाया वाले का अचानक इस्तीफा देना किसी कमी का नतीजा माना जा रहा।आज दोपहर में जैसे ही एम्स अस्पताल में डॉ अंकित गुप्ता के इस्तीफे की खबर फैलने के बाद मरीजों में निराशाजनक स्थित उत्पन्न हो गयी। यहां तक कि कुछ मरीजों ने अपना विरोध भी जताया है।
सूत्रों के अनुसार अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायबरेली एम्स प्रशासन द्वारा समय समय पर विवाद खड़ा किये जाने और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अंकित गुप्ता पर दबाव बनाने सहित एम्स अस्पताल के खिलाफ मरीज द्वारा मुकदमा किये जाने वाले बेवजह डाक्टर अंकित गुप्ता पर काररवाई किये जाने और वरिष्ठ होने के बावजूद प्रोन्नति न करने जैसे मुद्दों को लेकर डा अंकित गुप्ता द्वारा इस्तीफा देने की चर्चा दोपहर बाद से अस्पताल में गरम रहीं।
बताते चलें कि डा अंकित गुप्ता द्वारा इस्तीफे को व्यक्तिगत कारण बताया गया हों लेकिन सभी को जानकारी है कि उत्पीड़न के खिलाफ डॉ अंकित गुप्ता द्वारा पूर्व में न्यायालय की शरण ली गयी थी और न्यायालय ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायबरेली एम्स को हार का सामना करना पड़ा था।बताते चलें कि पूर्व में रायबरेली के कार्डियोलॉजी विभाग ने कार्यकारी निदेशक और सीईओ प्रोफेसर डॉ अरविंद राजवंशी और डीन एकेडमिक प्रोफेसर डॉ नीरज कुमारी के मार्गदर्शन में अंतर्राष्ट्रीय डीसीबी अकादमी के सहयोग से फर्स्ट हँड्स ऑन कार्डियोलॉजी डीसीबी कार्यशाला में कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ अंकित गुप्ता द्वारा शानदार आयोजन करके इटली सहित देश और दुनिया में एम्स का परचम लहराने वाले का एम्स छोड़ कर जाना बड़ा दुर्भाग्य माना जा रहा है।




