लिंग आधारित भेदभाव पर दो दिवसीय इंटरनेशनल फिल्म महोत्सव का आयोजन
मावा भारत का पहला पुरुष संगठन है जो महिलाओं पर लिंग आधारित हिंसा को रोकने और जागरूक करने हेतु पहली बार लखनऊ में आयोजित किया जा रहा है, जिसका विषय लिंग, पुरुषत्व, कामुकता और विविधता है।


लखनऊ : उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी के संत गाडगे महाराज प्रेक्षागह, विपुल खंड, गोमती नगर, लखनऊ लिंग आधारित भेदभाव पर दो दिवसीय इंटरनेशनल फिल्म महोत्सव का आयोजन  23-24 जुलाई को किया जाएगा । इस आयोजन में स्टडी हॉल एजुकेशनल फाउंडेशन (एसएचईएफ), लखनऊ फार्मर्स मार्केट, फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन एफ.एल.ओ कानपुर, मेन अगेंस्ट वायलेंस एंड एब्यूज (एमवीए) के सहयोग से आयोजित किया जाएगा।

मुंबई स्थित एक स्वैच्छिक संगठन और पिछले 29 वर्षों से महिलाओं पर लिंग आधारित हिंसा को रोकने के लिए काम कर रहा है। पुरुषों और लड़कों को उलझाकर समभाव (अर्थ समभाव) नामक 2 दिवसीय अद्वितीय फिल्म-महोत्सव का आयोजन कर रहे हैं। ‘मावा’ भारत का पहला पुरुष संगठन है जो महिलाओं पर लिंग आधारित हिंसा को रोकने और जागरूक करने हेतु पहली बार लखनऊ में आयोजित किया जा रहा है, जिसका विषय लिंग, पुरुषत्व, कामुकता और विविधता है।

 यह महोत्सव सभी विश्वविद्यालय और कॉलेज के छात्रों, युवा फिल्म निर्माताओं, फिल्म उत्साही और क्षेत्र के सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों एवं प्रौद्योगिकी/कला/वाणिज्य/मानविकी/प्रबंधन/इंजीनियरिंग धाराओं में स्नातक और व्यावसायिक पाठ्यक्रम चलाने वाले विश्वविद्यालयों/कॉलेजों में पढ़ने वाले युवाओं और मानवाधिकार और लिंग पर काम करने वालों सहित नागरिक समाज के सदस्यों को भी फिल्म महोत्सव में भाग लेने को आमंत्रित करता है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।

समाभाव इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, के अपने चौथे वर्ष में एक ट्रैवलिंग फेस्टिवल का हिस्सा है, जो फरवरी 2022 में तेजपुर, असम में शुरू हुआ। यह अब तक मुंबई, डिब्रूगढ़, कोलकाता, देहरादून जैसे शहरों में इस फेस्टिवल को आयोजित कर चुका है। इसी के अन्तर्गत रांची, बेंगलुरु, लखनऊ और महाराष्ट्र के 2 ग्रामीण जिलों में भी इसको आयोजित कर रहा है।

ट्रैवलिंग फिल्म फेस्टिवल युवाओं को वर्तमान समय में लिंग आधारित मुद्दों और सभी लिंगों से संबंधित अंतर्विरोधों पर विशेषज्ञों के साथ बातचीत के माध्यम से जोड़ेगा, और एक स्वस्थ, बहुलवादी, लिंग-न्यायपूर्ण समाज की वकालत करेगा। इस महोत्सव का उद्देश्य जेंडर में विविधता का जश्न मनाने, मतभेदों को उजागर करने और जश्न मनाने के लिए एक सुरक्षित, गैर-धमकी देने वाला मंच प्रदान करना है।

(देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते है)

अधिक राज्य/उत्तर प्रदेश की खबरें