गोंडा में पुलिस हिरासत में युवक की मौत पर बवाल, एसओ निलंबित
ग्रामीणों ने नवाबगंज-गोंडा हाईवे किया जाम


नवाबगंज गोण्डा : यूपी के गोंडा जनपद में पुलिस हिरासत में युवक की मौत मामले में  परिजनों ने जमकर बवाल काटा है. आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने पथराव पुलिस एवं शव वाहन को भी निशाना बनाया गया. नवाबगंज क्षेत्र  के जैतपुर माझा में बीते 8 - 9 सितम्बर की रात्रि में अपनी दुकान पर सोते समय गला काट कर की गई हत्या के मामले में बुधवार को पुलिस कस्टडी में लिए गए माझा राठ गांव के देव नरायन यादव उर्फ़ देवा पुत्र राम बचन की बुधवार को पुलिस हिरासत के दौरान मौत हो गई. 

बता दें कि गुरुवार को मृतक का शव जैसे ही घर पहुंचने वाला ही था कि परिजनों और ग्रामीणों ने  नवाबगंज-गोंडा हाईवे पर जाम लगा दिया.  धरना दे रहे आक्रोशित कुछ लोगों नें पुलिस पर भी हमला बोल दिया जिसमें कौडि़या थाने के एसओ मदनलाल गौतम, खरगूपुर थाने की कांस्टेबल महिमा एवं आरती, पीएसी दरोगा शमशाद अहमद, कोतवाली देहात में तैनात सिपाही विनय वर्मा समेत करीब एक दर्जन से अधिक पुलिस घायल हो गईइस दौरान शव को लेकर आई एम्बुलेंस को पलट दिया गया तथा पुलिस के आठ वाहनों में तोड़फोड़ की गई.

प्रदर्शनकारियों की मांग पर मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी तथा पुलिस कप्तान के साथ चली करीब एक घंटे की वार्ता के बाद जिलाधिकारी द्वारा 24 घंटे के अंदर आरोपी पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ.       
     
इस दौरान समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष पप्पू यादव, सपा नेता सूरज सिंह, पूर्व विधायक बैजनाथ दुबे सहित तमाम सपा नेता मौजूद रहे. इस मौके पर जिले की पुलिस फोर्स के साथ बलरामपुर तथा बहराइच से भी पुलिस बुलाई गई थी मृतक देव नारायण के पिता रामबचन की तहरीर पर नवाबगंज थाने में प्रभारी निरीक्षक तेज प्रताप सिंह, सिपाही मनोज कुमार, धर्मेन्द्र सिंह, मिथिलेश तथा टीम के अन्य अज्ञात सदस्यों के खिलाफ धारा 302 तथा 147 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. 

नवाबगंज थाने की घटना पर सपा नेता सूरज सिंह ने थाने के पुलिस के कृत्य की घोर भर्त्सना करते हुए जनपद के जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के त्वरित निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि जिस तरह मामले में तुरंत मुकदमा दर्ज हुआ, दोषियों को सस्पेंड किया गया, पोस्टमार्टम वीडियोग्राफी के साथ तीन डॉक्टरों द्वारा कराया गया उसी प्रकार तत्काल गिरफ्तारी भी होनी चाहिए.

पुलिस हिरासत में हुई मौत के मामले में एसपी आकाश तोमर ने कड़ा रुख अपनाते हुए एसओ नबाबगंज तेज प्रताप सिंह व एसओजी प्रभारी अमित यादव को निलंबित कर दिया है. वहीं पिता की तहरीर पर एसओ के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है.

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