जलता दरवाजा गिरने से हुई बीबी फातिमा की मौत
जामा मस्जिद हल्लौर में अजीम हैदर साहब ने मजलिस को खिताब करते हुए कहा की हुकूमते वक्त ने उसे गसब (हड़प)कर लिया।


सिद्धार्थ नगर: हल्लौर जमा मस्जिद में अय्याम ए फातमिया का दौर जारी है। आज बाद ए मगर बैन जामा मस्जिद में जनाब अजीम हैदर साहब जाकिर ए अहलेबैत ने मजलिस (पर्वचन) को खिताबत करते हुए कहा कि नबिए करीम हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहो वालेही वो सल्लम की बेटी जनाबे फातिमा सलवतुल्लाहा अलैहा  की शहादत उनके ऊपर जलता हुआ दरवाज़ा गिरने से हुई। 

उन्होंने कहा की बीबी फातिमा जेहरा (स, अ) को नबी ए करीम ने बागे फिदक हिबा किया था। जामा मस्जिद हल्लौर में अजीम हैदर साहब ने मजलिस को खिताब करते हुए कहा की हुकूमते वक्त ने उसे गसब (हड़प)कर लिया।बीबी ने हुकूमते ए वक्त के दरबार मे बाग लौटाने की फरियाद की लेकिन नही दिया गया।

बीबी को हजरत मुस्तफा (मोहम्मद साहब) ने बाग ए फिदक हिबा किया लेकिन हुकूमत ए वक्त (ज़ालिम)ने बाग को हड़प कर लिया। बीबी अपना हक़ बागे फीदक मांग ने दरबार में गई और कुरआन ए मजीद से तमाम दलीलें दीबड़े शर्म की बात है जिनके बाबा के सहाबी होने का लोग दावा करते थे वही लोग वहां तमाशाई अंधे बहरे बने खड़े थे। हुक्मरानों ने बीबी की कोई बात नही मानी और रसूल के लिखे हिबा नामे को फाड़ दिया।

इसके बाद दुराचारियों,जालिमों ने बीबी फातिमा के दवाज़े में आग लगा दी बीबी दरवाजे के पीछे खड़ी थी। फातिमा जेहरा दरवाजे के नीचे दब गई बीबी की पसलियां टूट गई और जनाबे मोहसिन मां के शिकम में शहीद हो गए ।यह सुनकर लोग दहाड़े मार कर रोने लगे।मजलिस में शकील गुड्डू,एहतेशाम,जमाल बीके,लल्लन मेनेजर,लल्लन,काजिम करबलाई आदि शामिल थे।

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